अनिरुद्ध रॉय चौधरी द्वारा निर्देशित और पंकज त्रिपाठी और संजना सांघी अभिनीत कड़क सिंह दिलचस्प और पेचीदा है, लेकिन इसके लिए एक कड़ी पटकथा की आवश्यकता थी।
फिल्म की कहानी एक कठोर स्वभाव के व्यक्ति, कड़क सिंह के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक दुर्घटना के बाद पूरी तरह से बदल जाता है। अब वह एक हंसमुख और मिलनसार व्यक्ति बन गया है, जिससे उसके परिवार और आसपास के लोग हैरान हैं। इस बदलाव के पीछे का रहस्य ही फिल्म की मुख्य कड़ी है।
कड़क सिंह के लिए क्या काम करता है:
पंकज त्रिपाठी ने कड़क सिंह के किरदार को बखूबी निभाया है। उन्होंने दोनों व्यक्तित्वों के बीच के अंतर को बारीकी से दर्शाया है। वहीं, पार्वती तिरुवोथु ने एक समर्पित नर्स की भूमिका को सशक्त तरीके से निभाया है। फिल्म का संगीत और छायांकन भी अच्छा है। शांतनु मैत्रा द्वारा दिया गया संगीत कथा को आगे बढ़ाने में मदद करता है, जबकि अर्घ्यकमल मित्रा का कैमरावर्क मनोरम दृश्यों को कैद करता है। कुल मिलाकर, कड़क सिंह एक थ्रिलर फिल्म है जो दर्शकों को अपने रहस्य से बांधे रखती है। पंकज त्रिपाठी और पार्वती तिरुवोथु के बेहतरीन अभिनय के साथ, फिल्म कुछ कमियों के बावजूद मनोरंजन करने में सफल रहती है।
कड़क सिंह के लिए क्या काम नहीं करता:
फिल्म की कहानी में कई दिलचस्प मोड़ हैं जो दर्शकों को बांधे रखते हैं। हालांकि, कहीं-कहीं कहानी की गति धीमी हो जाती है, जिससे दर्शकों का ध्यान भटक सकता है। इसके अलावा, कुछ किरदारों को और गहराई से नहीं दिखाया गया है, जिससे वे सपाट लगते हैं।
अंतिम फैसला:
यदि आप एक रहस्यमयी थ्रिलर देखना चाहते हैं, तो कड़क सिंह को एक मौका दें। पंकज त्रिपाठी के अभिनय का आनंद लेने के लिए यह एक अच्छी फिल्म है।